मैंने २ साल पूर्व देश के सफाई कर्मचारी जो सिवरेज के नाले में उतर सफाई किया करते हैं कि मौत नाले से निकलने वाली जहरीली गैस से होते देखा .
दलित एवं गरीब थे वें , स्तब्ध हो गया । कुछ दिनों तक नींद नहीं आई लेकिन मैंने इस विषय को उठाना शुरू किया और अपने उच्चस्तरीय संपर्कों से ऐसे कार्यों को समाप्त करने की अपील करने लगा . एक लम्बी लड़ाई और आंदोलनों के बाद अंत: मेरा प्रयास सफल हुआ और अब सिवरेज और नाले की सफाई अत्याधुनिक मशीनों से होगी इसकी केन्द्रीय सरकार ने घोषणा कर दी ।

मैं प्रतिबद्ध हूं दलित समुदाय के उत्थान के लिए और मेरी हर सांस मुझे अहसास कराती है कि मुझे समाज के विकास में अहम योगदान करना है ।

ये प्रेरणा मुझे दयनीय होती अपनी समाज की स्थिति को देखकर मिली क्योंकि अभी तक हालात नहीं सुधरे दलितों के । आज भी गांवों , शहरों में सबसे निम्नस्तरीय कार्य करने वाले दलित ही हैं ।
गांवों से लेकर शहरों तक की गंदगी साफ करने वाले दलित बुरे हालातों में जी रहें हैं इसलिए दलितों की मदद करना ही मेरा सर्वोपरि उद्देश्य है और रहेगा ।

मैंने अपने स्वजाति के लिए पासवान रेजिमेंट की मांग की है इसमें मेरा प्रथम उद्देश्य अपने समाज के युवाओं को अपने समाज के इतिहास के बारे में बताना था , दूसरा ये कि पूर्व में भी हमारे समाज के लोगों ने देश की रक्षा में अपने योगदान दिया है और आज भी अगर पासवान रेजिमेंट की गठन की जाती है तो देश के लिए मेरा योद्धा एवं रक्षा करने वाला समाज मर-मिटने को तैयार हैं ।

अंत में अपने सभी दलित भाइयों को यही विश्वास दिलाना चाहता हूं की मैं आपका सेवक हूं .
प्रतिबद्ध हूं दलित एवं शोषित समाज के उत्थान के प्रति और मैं कतई दिल्ली में दरबार लगाने वाला जैसा नहीं हूँ और मैं सत्ता की चाहत और धन उगाहने वालों में से नहीं.
मैं दलित हूं और रहूंगा और समाज के सम्मान के लिए लड़ता रहूंगा !

आपका भाई एवं शुभचिंतक

आदित्य पासवान
प्रदेश प्रवक्ता
बिहार कांग्रेस
(अनुसूचित जाती विंग)