The स्टार इंडिया :सोमवार को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए बयान दिया था कि किसी एक ही वर्ग की आबादी बढ़ने से अराजकता होगी।जनसंख्या नियंत्रण के प्रभावी प्रयास करते समय हमें इस बात का भी ध्यान देना होगा कि समुदायों के बीच आबादी का संतुलन न बिगड़े। ऐसा न हो कि एक वर्ग विशेष की आबादी तो तेजी से बढ़ जाए और जो यहां के मूल निवासी हैं उनकी आबादी कम हो जाए।
सीएम योगी के इस बयान का पलटवार करते हुए AIMIM प्रमुख व हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ज्यादातर गर्भनिरोधक का इस्तेमाल मुसलमान ही कर रहे हैं।
मंगलवार को समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए अपने बयान में ओवैसी ने सीएम योगी से सवाल करते हुए कहा क्या मुसलमान भारत के मूलनिवासी नहीं है?
यदि हम हकीकत में देखें तो मूल निवासी केवल आदिवासी और द्रविड़ लोग हैं।

इस बयान में ओवैसी ने यह भी कहा कि यूपी में बिना किसी कानून के वांछित फर्टिलिटी रेट 2026–2030 तक हासिल की जाएगी।
आगे उन्होंने कहा कि उनके अपने ही स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में 2 अप्रैल 2022 को कहा कि, जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में किसी जबरन कानून की आवश्यकता नहीं है।
देश में 2015 और 2016 में कुल फर्टिलिटी रेट 2.6 थी जो अब गिर कर 2.3 हो गई है।

पत्रकार- नीतू यादव की रिपोर्ट