अभी हाल ही में पाकिस्तान को उसके करनामे का फल मिला है, जो की financiala action task force(FATF) के द्वारा जारी लिस्ट में ग्रे लिस्ट में ही है । मै आपको बताते चलूं की FATFके द्वारा जारी ग्रे लिस्ट और ब्लैक लिस्ट में किसी भी देश का होने का मतलब होता है कि वो देश आतंकवादी सगंठन को पनाह देता है,money laundering जैसे अपराध में शामिल होता है। जिसको ग्रे लिस्ट में डालने के बाद उसको अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से बाहर किया जा सकता है। उसको आर्म्स सबंधित हथियार सप्लाई नहीं किया जायेगा इत्यादि। लेकिन बेचारे पाकिस्तान को आज इस लिस्ट में हुए कई सालों हों गए अब पाकिस्तान भी अपने को इस लिस्ट से बाहर निकालने के लिए नया रास्ता अपना रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान और आर्मी चीफ जावेद बाजवा को पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआईएस ने ये सलाह दी है की क्यों नही हम दे रहे पाकिस्तान में आतंकी सगंठन को राजनीतिक पार्टी का दर्जा दे , देन ताकी पाकिस्तान को FATF से छुटकारा मिल जाए और हम एक शांति प्रस्तावित देश कहलाए। ये सुझाव इमरान सरकार मान भी गई और हाफिज के आतंकी सगंठन को राजनीतिक पार्टी का दर्जा भी दे दिया। लेकिन 2018 के आम चुनाव में कंटेस्ट के लिए कोई अधिकार नही दिया। *******पत्रकार संजय कुमार का रिर्पोट *********