जहां एक तरफ दिल्ली में चल रही किसान आंदोलन को विपक्षी दलों का बढ़-चढ़कर समर्थन मिल रहा है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के कई नेता किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। ताकि देश के अन्नदाताओं के दामन पर दाग लगाए जा सके।

लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों से न डरने वाले किसानों को बदनाम करना, भाजपा समर्थकों और पार्टी नेताओं के लिए इतना आसान नहीं होने वाला।

क्यूंकि सरकार से किसान सिर्फ अपने लिए ही नहीं। बल्कि देश की गरीब जनता के लिए मुखर होकर यह लड़ाई लड़ रहे हैं। जिसके चलते किसानों को हर किसी का साथ मिल रहा है।

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने ये नहीं बताया कि उन्होंने यह बयान किस आधार पर दिया है।

केंद्रीय मंत्री का कहना है कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है।

केंद्रीय मंत्री का दावा है कि भाजपा द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भी चीन और पाकिस्तान ने ही भारत के मुसलमानों को भड़काया था। जिसके चलते देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे।

इस मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने मोदी सरकार और केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधा है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “भाजपा का एक मंत्री कह रहा है..किसान आंदोलन में चीन और पाकिस्तान का हाथ है. मोदी जी अपने जुमलाबाज गैंग को समझाएँ कि इस आंदोलन में चीन और पाकिस्तान की सरहदों पर देश की रक्षा करने वाले बहादुर जवानों के माँ-बाप , दादा-दादी ,भाई-बहन और पुत्र-भतीजे शामिल हैं..अपनी ज़ुबान पर क़ाबू रखें।”

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने इससे पहले भी किसान आंदोलन पर मोदी सरकार को कई बार घेरा है।