देश के किसान 2 हफ्ते के लंबे किसान आंदोलन के बाद भी पूरे जोश के साथ सिंघु बॉर्डर पर सरकार की तानाशाही के खिलाफ डटे हुए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसान आंदोलन को लेकर लगातार विपक्षी दलों के निशाने पर बने हुए हैं।

इसकी वजह यह भी है कि किसानों की समस्या को सुलझाने की जगह पीएम मोदी एक के बाद एक कई और कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। जिससे जाहिर होता है कि सरकार की नजर में देश के अन्नदाताओं की अहमियत क्या है।

इसी बीच खबर सामने आई है कि पीएम मोदी आज ने संसद भवन की नींव रखने के कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। मंत्रियों के लिए नए संसद भवन का निर्माण किया जा रहा है।

लेकिन किसान, जो अपने घरों को छोड़कर सड़कों पर आकर अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। उनकी मांगों को सरकार सुनकर भी अनसुना कर रही है।

इस मामले में कांग्रेस मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है। किसानों के समर्थन में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मुखर होकर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।

इसी बीच एक बार फिर से कांग्रेस ने मोदी सरकार की आंखें खोलने की कोशिश की है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर बताया है कि “10 किसान शहीद हो चुके हैं किसान आंदोलन में। मोदी जी आज उत्सव मनाने जा रहे हैं?”

आपको बता दें कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में अब तक 10 किसानों ने दम तोड़ दिया है। इन किसानों की मौत सर्दी के मौसम की वजह से तबीयत बिगड़ जाने के चलते हुई है। जिनमें से ज्यादातर किसान बुजुर्ग हैं। लेकिन इसके बावजूद किसानों में सरकार की तानाशाही के खिलाफ खड़े रहने का जज्बा कायम है।

गौरतलब है कि जिस तरह से किसान विरोधी कृषि कानून लागू कर मोदी सरकार ने किसानों को सड़कों पर ला दिया है। उसकी निंदा विदेशी नेताओं द्वारा भी की जा रही है।