सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद जिस प्रकार से जिहादी स्वरूप ओवैसी और मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड में दिखाया है, उसके बाद अब उसका उत्तर किसी राजनेता से पहले हिंदू समाज खुद से आगे बढ़कर देने लगा है। भूमि पूजन से ठीक पहले आतंकियों का आका माना जाने वाला ओवैसी तुर्की की हदिया मस्जिद का उदाहरण दे रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस देश के किसी आदर्श का उदाहरण ना देने वाला यह पूरा समाज जो ओवैसी को पसंद करता है, उसे उदाहरण के तौर पर उस आतंकी देश तुर्की का उदाहरण मिला है जिसने कुर्द महिलाओं और बच्चों को खुलेआम कत्लेआम किया है।
यद्यपि बाबर और तुर्की वाली सोच में कोई खास अंतर नहीं था। बाबर भी एक विदेशी आक्रांता था जिसे वह लोग ही अपना आदर्श बता रहे हैं जिनके परिवारों का उसने जबरन धर्मांतरण कराया और जिनके पुरखों का उसने कत्लेआम किया था। भगवान श्री राम के भव्य मंदिर शिलान्यास के समय जिस प्रकार मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड में सेकुलर नेताओं द्वारा मिले दुस्साहस के दम पर जहर उगला है उस जहर का जवाब देने के लिए हिंदू समाज में किसी प्रकार के बड़े राजनेता की प्रतीक्षा ही नहीं की गई। हिंदुओं ने एक स्वर में सीना ठोक कर ओवैसी जैसे दंगाइयों को जवाब दिया है कि भगवान कृष्ण हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे।
यह साफ साफ इशारा पवित्र धर्म नगरी मथुरा की तरफ है जो हिंदुओं के पुरखों द्वारा किए गए संघर्ष का बड़ा उदाहरण है। भगवान कृष्ण की जन्मस्थली पर बनी हुई मस्जिद उस समय के आतंकी शासक के क्रूरता का एक बहुत बड़ा उदाहरण है और इसको हिंदू समाज मुक्त कंठ से मानता है। अयोध्या में श्री राम मंदिर के शिलान्यास के बाद अब सोशल मीडिया पर खुलकर मथुरा का नाम लिया जाने लगा है और सबकी नजरें भगवान कृष्ण के उस पवित्र जन्मस्थली की तरफ जा चुकी हैं जिससे उनका जन्म स्थल अर्थात गर्भगृह माना जाता है। इस आग में घी डालने का काम खुद मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड और ओवैसी ने किया है..
फिलहाल हिंदू समाज को भड़काने का दुस्साहस आगे कौन-कौन से दिन दिखाएगा यह समय के गर्भ में छिपा हुआ है। तमाम सोशल मीडिया प्रोफाइल भगवान कृष्ण के मथुरा की तस्वीरें सुदर्शन चक्र धारी स्वरूप की तस्वीरें और उनके जन्म स्थान की तस्वीरें लगनी शुरू हो चुकी है यह साफ इशारा है कि अब हिंदू समाज को उनका मथुरा वापस चाहिए। फिलहाल इस पर एक जाति विशेष की राजनीति करने वालों का क्या नजरिया है यह आने वाला समय निर्धारित करेगा लेकिन इतना माना जा रहा है कि जल्द ही मथुरा मुक्ति का आंदोलन शुरू हो सकता है।