केंद्र की मोदी सरकार नए कृषि कानूनों के खिलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों को बदनाम करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। अब केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने किसान आंदोलन का चीन-पाकिस्तान कनेक्शन ढ़ूढ निकाला है।
उन्होंने दावा किया है कि किसान आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है।
केंद्रीय मंत्री अपने इस बयान के बाद विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री बच्चू कडु ने दानवे के बयान पर ग़ुस्सा ज़ाहिर करते हुए यहां तक कह दिया कि वह केंद्रीय मंत्री के घर में घुसकर मारेंगे।
उन्होंने कहा, ‘पिछली बार उन्होंने ऐसा बयान दिया था, तो हमने उनके आवास का घेराव किया था। अब स्थिति यह है कि हमें उनके घर में घुसना होगा और उन्हें पीटना होगा।’
वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी दानवे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर इसमें पाकिस्तान का हाथ है तो सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।
संजय राउत ने कहा, “अगर केंद्रीय मंत्री को यह जानकारी है कि किसानों के आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है, तो रक्षा मंत्री को तुरंत चीन और पाक पर सर्जिकल स्ट्राइक करना चाहिए।
सशस्त्र बलों के अध्यक्ष राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य प्रमुखों को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है”।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र के जालना जिले में एक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन समारोह के दौरान आरोप लगाया था कि सीएए और एनआरसी को लेकर पहले मुसलमानों को गुमराह किया गया।
जब ये प्रयास सफल नहीं हुए तो किसानों को बताया जा रहा है कि नए कानूनों के कारण उन्हें नुकसान होगा। उन्होंने यहां ये दावा भी किया कि किसानों के इस आंदोलन में पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान का हाथ है।