कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikash Dubey) के मामले में एसआईटी (SIT) की टीम ने एक और बड़ा खुलासा किया है। विकास दुबे की पत्नी समेत अनेक रिश्तेदारों ने फर्जी दस्तावेज पर सिम लिए थे। टीम के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने पुलिस को इन सभी पर केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। एसआईटी के मुताबिक विकास दुबे की पत्नी रिचा, मोनू, अरविंद त्रिवेदी, राजू वाजपेयी, विष्णु पाल, दीपक, शिव तिवारी, शांति देवी, खुशी, रेखा ने फर्जी आईडी पर सिम ले रखे थे।
छानबिन के दौरान मिली जानकारी
पुलिस ने जब इन मोबाइल नंबरों का ब्योरा निकालना शुरू किया तब ये तथ्य सामने आए।
वहीं इन सभी के खिलाफ अपर मुख्य सचिव और एसआईटी अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के निर्देश पर कार्रवाई के लिए कहा गया है। वहीं जय बाजपाई के पासपोर्ट के बारे में पता चला कि अपराधिक इतिहास को छुपाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाया था।
SIT ने शासन को सौंपी थी 3200 पेज की रिपोर्ट
इसी वर्ष जुलाई माह में हुए बिकरू कांड की जांच के लिये अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के गृह विभाग को सौंप दी है। एक अधिकारी ने बताया कि एसआईटी ने करीब 3500 पन्नों की जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि, ‘रिपोर्ट में एसआईटी ने करीब 36 अनुशंसाएं की हैं और दोषी अधिकारियों और 80 पुलिसकर्मियों की भूमिकाओं का विस्तार से ब्योरा दिया है।’
2 जुलाई की है घटना
गौरतलब है कि 2 जुलाई की रात को यूपी के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर छानबिन के लिए पहुंची पुलिस की टीम पर घात लगाकर बैठे बदमाशों ने हमला कर दिया था। जिसमें सीओ देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। बाद में यूपी पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए विकास दुबे सहित उसके पांच साथियों को मौत के घाट उतार दिया था।