कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कल राज्यसभा में बजट 2021-22 पर चर्चा का हिस्सा बनते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कई आरोप लगाए हैं।

उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि इनका 7 साल का कार्यकाल इसका गवाह है कि सरकार ने बड़े-बड़े नारे दिए।

चुनाव में इनका नारा था कि हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे। उस हिसाब से 14 करोड रोजगार लोगों को मिल जाने चाहिए थे। लेकिन इसके विपरीत मोदी सरकार के कार्यकाल में 70 साल के अब तक के रिकॉर्ड में बेरोजगारी के आंकड़े चौकाने वाले हैं।

इस सरकार के कार्यकाल में सिर्फ बेरोजगारी ने ही रिकॉर्ड नहीं तोड़ा है। 70 साल में सबसे ज्यादा डीजल और पेट्रोल महंगा हुआ है। तो वह भी इसी सरकार में हुआ है।

70 सालों में डीजल और पेट्रोल पर सबसे ज्यादा टैक्स इसी सरकार ने वसूला है।

70 साल में पहली बार मोदी सरकार के कार्यकाल में डॉलर के मुकाबले रुपया इतने नीचे गिरा है। 70 साल के रिकॉर्ड में एनपीए के जरिए बैंकों का कर्जा सबसे ज्यादा डूबा है।

इन 70 सालों में सबसे ज्यादा गरीब और अमीर में अंतर बड़ा है। वह भी इसी सरकार के कार्यकाल में हुआ है।

एक फीसदी सबसे अमीर व्यक्तियों के पास 73% संपत्ति केवल कोरोना काल में हुई है। 11 जो सबसे अमीर हिंदुस्तानी हैं। उनकी संपत्ति में 13 लाख करोड़ का इजाफा हुआ है।

इस दौरान उन्होंने देश में चल रहे किसान आंदोलन का मुद्दा भी उठाया। कांग्रेस नेता ने तीनों कानूनों को देश के पूंजीपतियों के फायदा पहुंचाने वाला बताया है।

उन्होंने कहा कि हम यह उम्मीद कर रहे थे कि बजट 2021-22 में किसानों की समस्याओं का हल किया जाएगा। लेकिन इसमें कृषि क्षेत्र का बजट 8.5 फीसदी कम कर दिया गया है।

उन्होंने मोदी सरकार के समक्ष देश के किसानों के लिए पैकेज की घोषणा करने की मांग की है।