लालू परिवार के सदस्यों और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर ईडी छापेमारी (ED Raids) कर रही है. जमीन के बदले नौकरी (Land for Job Scam) देने के मामले में शनिवार को भी 24 ठिकानों पर छापेमारी की गई. शाम में यह सामने आया है कि ईडी को तलाशी के बाद एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1900 यूएस डॉलर, 540 ग्राम सोने का सिक्का और 1.5 किलोग्राम से अधिक सोने के आभूषण सहित विदेशी मुद्रा की बरामदगी हुई. यह सामने आने के बाद अब तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है और बीजेपी को निशाने पर लिया है.तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखे है जिसमे वो कहते हुए नजर आ रहे है की पहले का तो हिसाब दे दीजिए देखे इस रिपोर्ट में क्या लिख रहे हैं डिप्टी सीएम बिहार तेजस्वी यादव

याद करिए- 2017 में भी भाजपाई सूत्रों के हवालों से जारी की जाने वाली गोदी मीडिया की हेडलाइन्स में कथित 8000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैंकड़ों संपत्तियां, अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का White Land कंपनी का UrbanCube मॉल भी मिला था।

भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते

‪भाजपा सरकार द्वारा सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाने अथवा खबर प्लांट करवाने की बजाय रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे (Seizure List) की सूची ही सावर्जनिक कर देनी चाहिए।‬

‪अगर हम इसे सार्वजनिक कर देंगे तो इन बेचारे नेताओं की क्या इज्जत रहेगी? सोच लो।

 

ये बात मै नही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लिख रहे हैं जबसे सीबीआई ईडी आईटी की छापा तेजस्वी यादव और उनके परिवार पर पड़ा हुआ तबसे सीबीआई ed और आईटी को भी बहुत सारी ज्वैलरी ,रुपए तथा वस्तुएं मिले है ।

 

लेकिन मै पूछता हूं की हमारे सभी राजनेता क्या जननायक कर्पूरी ठाकुर और बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह ही है क्या जो अपने परिवार के लिए कुछ नही किए।

बिहार के एक विधायक एमएलसी सांसद तथा मंत्री जब चलता है तो उसके पीछे दर्जनों गाड़िया का काफिला चलता है आखिर क्यों क्या उसके पास उतने पैसे है कल जब साधारण व्यक्ति था तो उसके पास एक चार चक्का की वाहन नहीं थी और आज इतना कुछ कहां से आया पैसा । इस प्रकार से यदि cbi ed it autonomy बॉडी है और ऑटोनोमी बॉडी जैसा काम करती है तो आज केवल लालू यादव का परिवार दोषी नहीं होता लगभग सभी राजनीतिक दल के लोग के पास जांच बैठती और जो दोषी होता उसको सजा मिलता लेकिन नहीं उन्हें तो केवल लालू यादव दिखाई देते है क्योंकि वो एक यादव है और एक यादव सत्ता पर बैठे ये किसी को पचता नहीं है। भाई हमारे लोकतंत्र में कोई भी शासन कर सकता है जब वो नेतृत्व कर सकता है तो । Cbi ed it सभी लोगो के उपर छापेमारी करे केवल विपक्ष के कुछ राजनेताओं पर ही क्यों कितने वैसे राजनेता है जिनका कॉलेज यूनिवर्सिटी और बड़ी बड़ी कंपनिया चल रही है उसके ऊपर छपा कब पड़ेगा। जरा सोचिए जो व्यक्ति आज से 20 वर्ष पहले शासन किया उसके पास इतना पैसा है तो वर्तमान के मंत्री विधायक सांसद के पास कितना पैसा होगा सारे पैसे लाकर जनता में बांट दीजिए तब देखिए विकास कैसा होगा । ये सही है की जो दोषी है उसको सजा मिलना चाहिए लेकिन दोषी तो केवल बिहार के लालू परिवार ही तो नही है दोषी तो और भी लोग है उनके यहां छपा कब पड़ेगी।