लीज के 90 साल पूरा होने पर राजा महेंद्र प्रताप के वंशज ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी इंतजामियां को पत्र लिखकर जमीन वापस करने को कहा है। सोमवार को विवि की अकादमिक काउंसिल की बैठक में वीसी प्रो. तारिक मंसूर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। यह समिति अकादमी की अगली बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। 

विवि में आयोजित ईसी की मीटिंग में बताया गया कि राजा महेंद्र प्रताप के वंशज की ओर से विश्वविद्यालय को एक पत्र लिखा गया है। जिसमें कहा है कि एएमयू का तिकोनिया पार्क व सिटी स्कूल दोनों राजा महेंद्र प्रताप की जमीन पर बने हैं। विश्वविद्यालय को यह जमीन 90 साल पहले लीज पर दी गई थी, जिसकी अवधि अब समाप्त हो गई है।

उन्होंने बताया कि उनके वंशज की ओर से प्रपोजल दिया गया कि तिकोनिया पार्क की जमीन उनको वापस कर दी जाए। साथ ही उनकी जमीन पर बने यूनिवर्सिटी के सिटी स्कूल का नाम राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम से करने की मांग की है। एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में वाइस चांसलर के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी के सदस्य ही इस पर ठोस निर्णय लिया जाएगा।

तीन कॉलेजों के प्रस्ताव को ईसी ने भी किया पारित
एएमयू में पैरामेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज व फार्मेसी कॉलेज के प्रस्ताव को एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने भी पास कर दिया है। हालांकि राष्ट्रपति के यहां से यह प्रस्ताव पहले ही पास हो गये थे। अब ईसी की बैठक में भी पास कर दिये गये हैं।

10 साल से प्रोफेसर, दस शोध पत्र प्रकाशित तो बनेंगे सीनियर प्रोफेसर
एएमयू में जो प्रोफेसर पिछले 10 सालों से तैनात हैं और उनके 10 से ज्यादा शोध पत्र छप चुके हैं। उनको अब सीनियर प्रोफेसर का दर्जा दिया जाएगा। इसके अलावा एएमयू में कार्यरत संविदा प्रोफेसर्स के लिए खुशखबरी है। उनको अब एरियर दिया जाएगा। इसका लाभ सैकड़ों शिक्षकों को मिलेगा। इस आदेश को लेकर शिक्षकों में खुशी की लहर है।

अब दैनिक वेतनभागी को भी मिलेगी मेडिकल सुविधा
एएमयू में अब दैनिक वेतनभागी को भी मेडिकल सुविधा का लाभ दिया जाएगा। यह उन वेतनभोगियों के लिए हैं, जो पिछले पांच सालों से नौकरी कर रहे हैं। इसके अलावा बैठक में में तिब्बिया कॉलेज के त्वचा रोग विशेषज्ञ जमीन अहमद एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति को मंजूरी दे दी गई है।

एकेडमिक काउंसिल के प्रस्ताव पास
विश्वविद्यालय में 14 दिसंबर व 17 अगस्त को एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग हुई। दोनों मीटिंग के आधार पर एकेडमिक काउंसिल के प्रस्ताव पास कर दिये गये हैं