पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच चल रहा टकराव शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले को अभी कुछ वक्त ही नहीं बीता था कि शनिवार को बीजेपी ने दावा किया कि राज्य के उत्तर 24 परगना के हलिशहर में टीएमसी कार्यकर्ताओं के हमले में 6 बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए और एक कार्यकर्ता ने अपनी जान गंवा दी। बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री अरविंद मेनन ने ट्वीट किया, ‘टीएमसी के गुंडों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने वाले हलिसहर के भाजपा कार्यकर्ता सकैत भोवाल ने आज दम तोड़ दिया , एक और अन्य कार्यकर्ता खलानी दास की हालत अभी भी गंभीर है। बंगाल मे टीएमसी राजनीतिक हिंसा के नए आयाम कायम कर रही है , प्रतिदिन यहाँ लोकतंत्र की हत्या हो रही है।’

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक ,’ कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं के हमले के बाद एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हो गई।

पार्टी की संकल्प यात्रा के दौरान ये हमला किया गया।’ बंगाल बीजेपी ने ट्वीट किया, ‘एक और दिन ,एक और हत्या ! बीजेपी कार्यकर्ता सैकत भोवाल की टीएमसी के गुंडों ने बेरहमी से हत्या कर दी। जबकि 6 गंभीर रूप से घायल हैं और मौत से जंग लड़ रहे हैं। बीजेपी के प्रचार अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया।’

बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने ट्वीट किया, ‘बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या बताती है कि आगामी विधानसभा चुनाव कितने खूनी होने वाले हैं। दिनदहाड़े बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया।’ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल में टीएमसी का राजनीतिक आतंक जारी है। हलिसहर के वार्ड नंबर 6 और 9 में इन टीएमसी गुंडों ने हमला कर के 6 भाजपा कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया। घायल सैकत भोवाल ने दम तोड़ दिया और खलानी दास की हालत अभी गंभीर हैं।’ जवाब में टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता की मौत निजी दुश्मनी के चलते हुई है न कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कोई हमला किया है।

जेपी नड्डा के काफिले पर हुआ था हमला

बता दें कि अभी कुछ ही दिन पहले पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था। रास्ते में जाते हुए नड्डा के काफिले का रास्ता रोकने की कोशिश की गई। साथ ही गाड़ियों पर पथराव किया गया। इस हमले में कैलाश विजयवर्गीय भी चोटिल हुए। हालांकि नड्डा सुरक्षित रहे। मामले के सामने आते ही केंद्र सरकार ने अलर्ट होते हुए पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों को तलब किया। मामले पर टीएमसी ने कहा कि बीजेपी चुनावी लाभ लेने के लिए ये सब कर रही है।