बिहार के राजनीत हमेशा भारत के राजनीती में तड़का ही लगावेला। अब बताई राऊआ सब रामविलास पासवान के स्वर्गवास भईल सालो कहां लागल लेकिन पार्टी में घमासान मचल बा। अब बेचारा चिराग का करस उनके समझ में ही नईखे आवत की आखिर त अन्त में करि का। कुछ दिन पहिले पारस गुट ने अध्यक्ष पद संभाला त कुछ समय के लिए सूरजभान सिंह ने। लेकिन ये सब फिर ओईजगे आगल जहां रहे और चिराग अपना पार्टी के सदस्यों के मीटिंग बुलाकर अपना क्षमता दिखइलन त सबने के मियाज होश में आ गईल और चिराग हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा निकाले के अगले महिना जुलाई में ऐलान भी कर देलन और ई कार्य के लिए हाजीपुर के जनता सब स्वागत करत बानी जा। कहल जाला की हाजीपुर के कड़_कड़ में रामविलास पासवान के नाम ह आखिर खगड़िया के रामविलास के लिए ई हाजीपुर खास काहे बनल। जब रामविलास पासवान राजनीतिया में पहली बार खगड़िया से 1969 में एमएलए बनलन त फिर दुबारा 1972 में हार गईलन ई हरवा के बाद पासवान जी केन्द्र में जाए के तैयारी करे लगलन ओहि समयिया 1975 में पूरा देशवा में इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगा देली उस समय बिहार के नेता जेपी जी रहनी जो इमरजेंसी के विरोध कईनी त उनकर जेल हो गईल उनकर साथ में रामविलास के भी जेल भईल वहीं से रामविलास केन्द्र के चेहरा बनलन और हाजिपुरे से सांसद के टिकट पर चुनाव लड़के रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल कइलन जेवना में जेपी जी के हाथ बहुत रहे। तबेत ई हाजीपुरे उनका खातिर और उनकर पार्टी खातिर खास रहेला। गौरीशंकर बताव तावन की याही से चिरागो के लिए हाजिपुर ही सही है। जब 2019 में हाजीपुरे के सीट पशुपति पारस के रामविलास देदेलन त सब लोग कहेलागल की अब हाजीपुर से रामविलास का पता साफ हो जायेगा लेकिन फिर रामविलास के भाई पशुपति पारस ही जीते। वहीं से केतना खास लोजपा के लिए हाजीपुर बऊए ई त चिराग़ समझते बावन और ऊ रामविलास पासवान के विरासत संभालना चाहत बावन त उनके इवहा के जनता के आशीर्वाद लेवे के पड़ी ई बात शायद चिराग़ और चिराग़ के समर्थक भी समझ गईल बावन जा तबेत आशीर्वाद यात्रा के शुरुआत हाजीपुर से करें के तैयारी सोचलन जा। बेचारा चिराग त अभी बच्चा ही त बावन उनकरा समझ में इतना जल्दी कैसे आ जाई की राजनीती का होखेला फिर भी अब समझ गोइलन होखिअन की राजनीती में कोई कोई के ना हाेखेला सब मलाई चाभे खातिर काम करें लसन सबन के मन में लालच होला। इसीलिए बबुआ के अब सबकुछ त्याग के पार्टी के संभाले के बात बा वरना उनकर साथ न त तेजस्वी दिहान और नाही त ही मोदी और नीतीश कईसन बेचारा के बिहार के चुनउ में अलग क देलसन फिर त अब खुदे संभले के पड़ी ना हि त फिल्म इंडस्ट्रीज वाला सिग्नेचर कराके शूटिंग पर ले जइह़सन। फिर सब गुट लोजपा के बंगला के बाटके ओकरा के ठंडा ताप जइहसन।