पापा आप कौन है? अर्थात् पापा शब्द जब हमारे सामने आता है तो हम सभी का ध्यान अपने अपने पापा की ओर जाता है जो की ऊर्जा रूप शक्ति का पर्याय है। पापा साहस की ओ किरण है जो हम सब को प्रकाशमय करने का काम करते है, हमारे द्वारा हर जंग मे मेरे साथ रहते है हमको हमेशा मार्गदर्शक का काम करते है। पापा आपने तो हमारे लिए वो सभी भौतिक और अध्यात्म की वस्तुएं को जुटाने में पूरा अपना जीवन समर्पित कर दिए, पापा आपने मेरे हर वो चीज, खाना पीना, कपड़ा, आवास, स्वास्थ्य, कलम कॉपी समय पर देने का काम किए जो की इस दुनिया में आपके अलावा कोई नहीं कर सकता। पापा मेरे को वो समय भी याद है, जब मैं कॉलेज में दाखिला लेने पहुंचा तो मेरा नामांकन कुछ नम्बर से नही हो पा रहा था जिस समय आप भी मेरे साथ थे। मेरे को पूरा याद है पापा आपने उस शिक्षा विभाग के कर्मचारी के पैर पकड़ कर अपना पगड़ी उनके पैरों में रख कर मेरे नामांकन के लिए हर प्रयास किए थे। पापा मैं उसी दिन उस ऑफिस से बाहर आकर ग्राउंड में आकर रोने लगा और अपने दिल से समझौता किया की मै पापा को कभी धोखा नहीं दूंगा क्योंकि पापा एक बेटा के लिए वो सब कर सकता है जितना उससे हो सके लेकिन एक बेटा अपने पापा के लिए सबकुछ कर सके या नही ये सच नहीं है क्योंकि आप पापा के कर्जा लाखो वर्ष सेवा करने के बाद भी नही उतार सकते है। इस दुनिया में कहा जाता है की जो पापा के नजरो में हीरो है वो पूरी दुनिया का हीरो है। वाकई में ये घर_संसार उन्ही से तो चलता है क्योंकि हर घर का मुखिया एक पापा ही होते है यदि किसी का पापा न हो तो उसके लिए पूरा दुनिया अधूरी सी लगती है और ये धरती वीरान सा उसे काटने दौड़ती है। पापा ये आर्टिकल मै आज जून के तीसरे सफ्ताह के रविवार को मनाए जानें वाला father’s Day के दिन लिख रहा हू जो प्रत्येक साल इसी जून के तीसरे सप्ताह में रविवार के दिन मनाया जाता है पापा आपके लिए ये फेसबुक, व्हाट्सएप स्टेट्स तो कुछ नहीं है ये तो एक निश्चित समय के बाद हमारे स्टेट्स से गायब हो जायेगा। पापा वाकई में इस सोसायटी के वास्तविक नायक आप ही है पापा हमारा विज्ञान भी कहता है की मानवीय अनुवांशिकता सभी में पाई जाती है और प्रत्येक व्यक्ति अपने माता_पिता के नसल के होते है और हमारा समाज मे पहचान भी आपके नाम से ही है लेकिन पापा ये भी सच है कि दुनिया के प्रत्येक बाप ये सोचते है की हमारा हर मेहनत तब सफ़ल होगा जब मेरा पहचान मेरे बेटे से हो और पूरी दुनिया कहे कि देखो ये उनके पापा जा रहे है। पापा इतनी से काम के लिए आपने अपनी पूरा जिंदगी गुजार दी, ये दुनियां अलग है पापा सबको विरासत में आपने जमीन जायजात, धन दौलत तो दे दिए लेकिन पापा आप मुझे अपना प्यारा भी उतना ही देना पूरी जिंदगी मेरी उम्र भी आपको लग जाए आप मुझे छोड़कर मत जाना पापा नहीं तो पापा आपका ये बच्चा/बच्ची इस अनजान दुनियां में फिर कहां भटकेगा पापा आपके पास दुनियां के वो सभी सुख मिलता है जो की इस संसार में कहीं नहीं है। पापा आप ही, न, है, कि मै जब अस्पताल मे एडमिट था तो आप बीमार होते हुए भी मेरे खुशी और स्वास्थ्य के लिए अपना पूरा ब्लड मेरे बॉडी में संचारित करा दिए थे पापा मेरे पास आपके लिए तो कोई वो शब्द ही नही है जिससे मैं आपको सम्बोधित करू लेकिन मैं कह सकता हू की जिस तरह महाभारत में अर्जुन के लिए श्रीकृष्ण थे उसी तरह मेरे जिंदगी के महाभारत में आप श्रीकृष्ण है। मै राह भटकता तो आप बताते, बाजारों और मेले में मेरे उंगली पकड़ते कभी_कभी अपने कंधो पर भी उठा लिया करते, अपना डाइट मेरे लिए परोस देते। पापा मम्मी भी कहती है की पहला मेरा दोस्त आप ही है आपने ही मुझे उंगली पकड़ कर चलना सीखाया जब चलते_चलते मै थक कर जमीन पर गिर जाता था तो आप भी मेरा नकल करते थे पापा आपने तो शुरू से मेरे जिंदगी को देखे है फिर आपसे ज्यादा अच्छा मेरे लिए भविष्यवाणी कौन कर सकता है। मै अपना ईष्ट भी आप ही को मानता हू और आपके पदचिन्हों पर हमेशा चलने की कोशिश करूंगा। पापा आई लव यू , पापा आई लव यू जो की मेरे खुशी के लिए पूरा दुनिया से लड़ गए थे। ये लेख बिहार के युवा पत्रकार संजय कुमार यादव जी के निजी सोच है जो की इस दुनियादारी को देखते हुए लिखा गया है। Happy father’s days third week june on Sunday,