लगता है इस देश में बेटियाँ अपने आप को कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही होंगी। जब एक बेटी को न्याय नहीं मिलेगा तो दूसरी बेटी कैसे सुरक्षित होगी।

कभी हाथरस तो कभी बाड़मेर दोनों जगह बेटियाँ ही निशाने पर हैं।

कांग्रेस शासित राजस्थान में इनदिनों बेटियों पर आफत आई हुई है। रोजाना बलात्कार,छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं।

आज बाड़मेर के सरहदी इलाके में गैंगरेप की घटना सामने आई है। पीड़ित बेटी नाबालिग है जिसका अपहरण करके गैंगरेप किया गया। आरोपियों ने वीडियो भी बनाया।

अब सवाल उठता है कि, राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, सहित पूरे देश में बेटियाँ कब और कैसे सुरक्षित होंगी।

लेकिन जब राजनीति करने वाले बेटियों के खिलाफ खड़े हो जाएंगे तो कैसे बेटियां सुरक्षित होंगी ?

हाथरस में रोजाना आरोपियों के समर्थन में पंचायतें हो रही हैं।

मीडिया भी लगभग सत्ता पक्ष को खुश करने के लिए बेटियों के खिलाफ खड़ी हो चुकी है।

कभी ऐसा नहीं हुआ कि, मीडिया आरोपियों के समर्थन में लगने वाले नारों पर रिपोर्टिंग करे, आरोपियों को निर्दोष साबित करने वालों की आवाज़ बने़।

लेकिन हाथरस में सबकुछ सत्ता पक्ष के बोल के हिसाब से हो रहा है। आगे हो सकता है।

खुद एक बेटी दूसरी बेटी के खिलाफ खड़ी हो जाती है। जब बात राजनीति की आती है।

दरअसल बेटी सुरक्षा के लिए खड़ा हुआ निर्भया आंदोलन भी आज बेमतलब नज़र आ रहा है।