बीते कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था।

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता ने 29 सितंबर को आखिरी साँसें ली। 30 सितंबर को पीड़िता को जब पीड़िता के शव को आनन फानन में परिवार की मर्जी के खिलाफ आधी रात में जला दिया गया।

योगी सरकार पर आरोप लगे थे कि उच्च जाति के होने के चलते आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है।

आज इस मामले में सीबीआई ने आज हाथरस की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई ने इस मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप और हत्या के आरोप में 325 एससी एसटी एक्ट और आईपीसी की धारा 354 व 376ए, 376 डी व 302 के तहत मामला दर्ज किया है।

इस मामले में शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने यूपी के योगी सरकार और पुलिस पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “उत्तर प्रदेश पुलिस, उत्तर प्रदेश सरकार और मानसिक रुप से बीमार उन सभी लोगों को शर्म आनी चाहिए। जिन्होंने पीड़ित परिवार का साथ देने की जगह सरकार का बचाव करने का विकल्प चुना।

ये हमारे समाज की दुखद सच्चाई है, जहाँ आरोपी का बचाव किया गया, बलात्कार को झूठ कहा गया, परिवार को पीड़िता के अंतिम संस्कार से वंचित कर दिया गया। “

गौरतलब है कि हाथरस गैंगरेप मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की शर्मनाक तस्वीर सामने आई थी।

दरअसल योगी सरकार द्वारा इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जिसपर पीड़ित परिवार ने आरोपियों को बचाने की कोशिश करने के गंभीर आरोप लगाए थे।

आरोपियों को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के आलाकमान अफसरों द्वारा यहां तक बयान दिए गए थे कि पीड़िता के साथ गैंगरेप नहीं हुआ है। कुछ भाजपा नेताओं ने पीड़िता के लिए आपत्तिजनक बयान भी दिए थे।