बिहार में भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाकर, सुशील मोदी से उपमुख्यमंत्री पद छीन लिया है। 15 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री पद पर सुशील कुमार मोदी ही रहे हैं।

इस बार भाजपा ने सुशील मोदी को इस पद से हटाकर तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को बिहार का उप मुख्यमंत्री बना दिया है।

अब खबर सामने आ रही है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अपने चुनावी हलफनामे में अपनी उम्र की जानकारी गलत दी है। इस बारे में पत्रकार उत्कर्ष सिंह ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर के चुनावी हलफनामे की तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की है।

इसे शेयर करते हुए पत्रकार उत्कर्ष सिंह ने लिखा है कि चुनावी हलफनामे के मुताबिक, बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की उम्र 2005 में 48 साल थी।

5 साल बाद उनकी उम्र महज़ 1 साल बढ़ी और 49 साल हुई। फिर 5 साल बाद 2015 में उनकी आयु 3 साल बढ़कर 52 साल हुई। और आखिरी के 5 साल, यानी 2020 तक उनकी उम्र 12 साल बढ़कर 64 साल हो गई।

चुनावी हलफनामे के दौरान तार किशोर प्रसाद 12वीं तक पढ़े हैं। वह आरएसएस से जुड़े होने के साथ-साथ एबीवीपी के सदस्य भी रहे हैं।

इनके राजनीतिक कैरियर की बात की जाए तो साल 2005 में तारकिशोर प्रसाद कटिहार से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे। तारकिशोर प्रसाद ने चार बार कटिहार से ही चुनाव लड़ा और जीता है।

आपको बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा किए गए उम्र के घोटाले को लेकर भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों के निशाने पर गई है।

इसके अलावा भी इस बार नीतीश कैबिनेट में ऐसे कई नेता शुमार हैं। जिनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं।