डीपीआरओ के तुगलकी फरमान से पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त

कैमूर डीएम से प्रेस क्लब पत्रकारों के हवाले करने का उठाया आवाज
भभुआ (कैमूर)- सासाराम लोक सभा चुनाव की मतगणना के समय चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित मानदण्डों के तहत जिले के प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार मतगणना स्थल बाजार समिति, मोहनियां में उपस्थित थे। नियमानुसार डीपीआरओ को पत्रकारों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी थी किन्तु उनका व्यवहार अत्यंत दुखद रहा। वहां न टीवी स्क्रीन पर चुनाव परिणाम डिस्प्ले की व्यवस्था थी और न हीं बैठने की। वहां ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मी और कर्मचारी पत्रकारों के लिए निर्धारित कुर्सियों पर बैठे और स्थान देने के लिए कहने पर दुर्व्यवहार करने लगे। डीपीआरओ ने हमारी बात नहीं सुनी और यह कहकर कि पत्रकारों के लिए ऐसा प्रावधान नहीं है, पेयजल तक उपलब्ध कराने से मना कर दिया। हमारी सूचना पर आपके हस्तक्षेप से हमें बैठने का स्थान और पेयजल मिला। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के इस व्यवहार से हमें काफी दुख हुआ। जिसके बाद कैमूर पत्रकार संघ की एक बैठक आयोजित कर उक्त व्यवहार की निन्दा की गयी और निम्नलिखित निर्णय लिए गए –
सरकारी, अर्धसरकारी आयोजनों में आमंत्रित पत्रकारों के सम्मान, सुरक्षा और न्यूनतम सुविधाओं का ध्यान रखा जाय।जिले के प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस की सूचना अत्यावश्यक परिस्थितियों को छोड़कर तीन घंटे पूर्व दी जाय और सूचना में प्रेस कांफ्रेंस के लिए निर्धारित विषय का उल्लेख अवश्य रहे। प्रेस कांफ्रेंस करने वाले पदाधिकारी निर्धारित समय पर उपस्थित रहें जिससे पत्रकारों का समय नष्ट न हो।राज्य सरकार नै प्रेस कांफ्रेंस एवं अन्य संबंधित गतिविधियों के लिए पत्रकारों की सुविधा के लिए प्रत्येक जिले में एक प्रेस क्लब बनवाया है। कैमूर में समाहरणालय के निकट प्रेस क्लब का भवन कई वर्ष पूर्व बनाया गया। लेकिन उसे आजतक पत्रकारों के उपयोग में नहीं लाया जा सका है। इस प्रकार राज्य सरकार का पत्रकारों के हित में उठाया गया यह कदम कैमूर में असफल है। पत्रकार अनुरोध करते हैं कि यथाशीघ्र प्रेस क्लब कौ सुचारू रूप से संचालित किया जाय।कैमूर पत्रकार संघ द्वारा लिए गए निर्णयों की सूचना देकर अनुरोध है कि हमारी समस्याओं का समाधान किया जाय ताकि जिले के पत्रकार निष्पक्ष और निर्भय होकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें।

Ramkant mishara