आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया
The Star India,kaimur:रामपुर प्रखंड अंतर्गत बाल विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष बिहार आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति बिहार पटना के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल व धरना प्रदर्शन।
बताते चले की अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, द्वारा संघ सचिव रीना देवी के अध्यक्षता में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन एवं अनिश्चितकालीन हड़ताल की दावा की। सीडीपीओ रामपुर के अनुपस्थिति में बड़ा बाबू को सौपा ज्ञापन,रीना देबी ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमशः ग्रेड सी और ग्रेड डी में समायोजित किया जाए।
जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता तब तक सेविकाओं को 25000 एवं सहायिकाओं को 18000 प्रतिमा मानदेय राशि दी जाए
54 दिन हड़ताल उपरांत 16 में 2017 को हुए समझौते के आलोक में शेष लंबित मांगों का निष्पादन शीघ्र किया जाए,
सुप्रीम कोर्ट का आदेश के आलोक में बिहार में भी ग्रेच्युटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए,
परफॉर्मेंस लिंक इंसेंटिव स्कीम पि एल आई के तहत प्रोत्साहन राशि 1500 प्रतिमा भुगतान किया जाए,
आंगनवाड़ी विकास समिति द्वारा पारित वाउचर को ही मान्यता दी जाए तथा वाउचर समायोजन करने की अनिवार्यता से सेविका को मुक्त किया जाए।
सेविका सहायिकाओं का कार्य अवधि 8 घंटा निर्धारित किया जाए।
सेवा शर्त के अलावे अतिरिक्त कार्यों के लिए उचित पारिश्रमिक के साथ लिखित आदेश पत्र निर्गत करना सुनिश्चित की जाए।
प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना का लाभ सेविका सहायिकाओं को देना सुनिश्चित किया जाए
गोवा केरल आदि राज्यों की भांति बिहार सरकार द्वारा 8000 सेविकाओं 5500 सहायिका को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाए।
सेवानिवृत्ति के पश्चात 10000 प्रतिमा पेंशन अथवा एक मुस्त 10 लाख की आर्थिक सहायता एवं स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाए। कुल 21 सूत्री मांग को लेकर, सेविकाओं ने नारा दिया जहां न पहुंचे कोई गाड़ी।
वहां पहुंचे आंगनवाड़ी।।
दिन भर काम लेता है।
पैसा देने में रोता है।। मौके पर प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका उपस्थित रहीं।
रामाकांत मिश्रा की रिपोर्ट