आज  जहां लोकतन्त्र  का आधार जनता  होती तो आज इन दिनो जनता के पैसो और आवाजों का उनके प्रतिनिधि उठाने का  काम न करके बल्कि उनके पैसों का गलत इस्तेमाल करते है। और उनके पैसे को हंगामे के भेंट चढ़ा देते है।     पूरा मसला समझे वीडियो से