बीते साल देश में कोरोना वायरस के कारण मोदी सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के चलते लाखों लोगों ने रोजगार खोए। इसके साथ ही देश गरीबी के सबसे निचले स्तर पर जा पहुंचा है।

बेरोजगारी और महंगाई की मार ने मध्यमवर्गीय परिवारों पर भी काफी बुरा प्रभाव डाला है। लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस महामारी से लड़ने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज ऐलान किया था।

लेकिन ये राहत पैकेज लोगों में पहुंचा है या नहीं। इसपर कोई आधिकारिक आंकड़े सामने नहीं आए हैं।

इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया है कि “अमेरिकी राष्ट्रपति के ₹138 लाख करोड़ के राहत पैकेज से हर अमेरिकी के खाते में 30 हजार रुपए आएंगे। भारत में 20 लाख करोड़ का पैकेज दिया था।

आपके खाते में कितने पैसे आए? आने की आस तो छोड़िए! इस बार बजट में ‘कोविड सेस’ थोपने की साज़िश रची जा रही है। न्यू इंडिया यानि आपदा में अवसर!”

दरअसल कोरोना महामारी में मोदी सरकार ने आपदा में अवसर तलाशने का सटीक उदाहरण दिया है। बताया जा रहा है कि अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिए सरकार कोविड-19 सेस लगाने की तैयारी में है।

इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार इस बारे में एक प्रस्ताव पर चर्चा कर चुकी है। सरकार का कहना है कि कोविड-19 वैक्सीन लोगों को फ्री में लगाने का ऐलान कर चुकी है।

लेकिन इस वैक्सीन का सारा खर्च मोदी सरकार द्वारा उठाया जा रहा है। वहीँ कोरोना वैक्सीन डिस्ट्रिब्युशन, मैनपावर ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक्स राज्यों की जिम्मेदारी है।

गौरतलब है कि मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज की जगह अब लोगों से ही सरकार कोरोना वैक्सीन के नाम पर पैसे वसूलेगी। बता दें, अगर मोदी सरकार सीधे टैक्स के रूप में लोगों से यह खर्च वसूल करती तो इस मामले में विरोध की संभावना हो सकती थी।