पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव, चुनाव न रहकर संग्राम में तब्दील हो चुका है। हर मोर्चे से बयानों का विस्फोट जारी है।

अब इस जंग में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी भी कूद चुकी है। पार्टी के प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि ये चुनाव धर्म और अधर्म के बीच है। ये लड़ाई सच और झूठ के बीच की है।

सौरभ ने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी सेना, अपना सारा मंत्रिमंडल, अपने सारे नेताओं को लेकर कूच किया था और उनकी करारी हार हुई थी, उसी तरह से ये बंगाल में भी हारेंगे।

जिस तरह से बंगाल की बेटी ममता बनर्जी के उपर गलत तरीके से हमले कर रहे हैं, घटिया तरह से प्रहार कर रहे हैं।

बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं ने सारी सभ्यताओं का परित्याग कर दिया है, बंगाल का आम नागरिक इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और भाजपा को जवाब जरुर देगा।

वहीं सौरभ ने यह भी कहा कि ये वो वाजपेयी के दौर की भाजपा नहीं है। ये वो भाजपा है जिसने किसी को नहीं छोड़ा।

विपक्षी दलों की कौन कहें, इन्होंने अपने सहयोगियों को भी नहीं बख्शा. कोई ऐसा सगा नहीं, जिसको भाजपा ने ठगा नहीं. सौरभ ने इसके लिए पीडीपी, जेडीयू, अकाली, शिवसेना आदि का उदाहरण दिया।

वहीं ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर आने की चिट्ठी लिखे जाने पर सौरभ ने कहा भाजपा के अलावा सभी दलों को ये चिट्ठी मान्य है।

भाजपा को न तो प्रजातंत्र पर भरोसा है और नहीं किसी संस्था पर। ये संस्थाओं का दुरुपयोग विपक्ष नेताओं को परेशान करने के लिए, उन्हें जेल में डालने के लिए कर रहे हैं।

सौरभ ने कहा कि ये देश के लिए बेहद कठिन और खतरनाक समय है। अगर भाजपा को समय रहते नहीं रोका गया तो ये लोग इस देश को हिटलर वाली जर्मनी में बदल देंगे, जहां पर लोकतंत्र का नामोनिशान नहीं होगा।

आने वाले खतरे के प्रति आगाह करते हुए सौरभ ने कहा कि एक दिन ये लोग हिंदुस्तान को इतना बदनाम कर देंगे कि दुनिया के लोग कहेंगे कि भारत में तो लोकतंत्र है ही नहीं !

सौरभ ने कहा कि बंगाल का चुनाव एक छोटा सा टेस्ट है. ऐसे कई टेस्ट से अभी देश को गुजरना होगा और सभी दलों को ये बात समझनी होगी।