जिस प्रकार से असम विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी में ईवीएम बरामद हुआ और केंद्रीय चुनाव आयोग इसे लेकर उटपटांग तर्क दे रहा है, इसे लेकर देश भर में नाराजगी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आज चुनाव आयोग पर निशाना साधा है और अप्रत्यक्ष रुप से इलेक्शन कमीशन को इलेक्शन के लिए “कमीशन” पर काम करने वाली संस्था बता दिया है।
राहुल ने अपने ट्वीटर पर लिखा- Election ‘’Commission’’….
आपको बता दें कि देश भर में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। उनमें से पश्चिम बंगाल और असम जहां भाजपा मुकाबले में नजर आ रही है, वहां पर चुनाव आयोग की कार्यशैली संदेह के घेरे में है।
एक ओर असम में भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी में मतदान समाप्त होने के बाद संदिग्ध ईवीएम बरामद होती है और चुनाव आयोग बेशर्मी से कहता है कि चूंकि पोलिंग पार्टी की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था, इसलिए उन्होंने अनजाने में भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी का सहारा ले लिया।
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में प्रथम चरण के मतदान में 4 मिनट के अंदर ही मतदान का आंकड़ा 10 फीसदी से ज्यादा घट जाता है और शिकायत के बावजूद भी चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करती है, ऐसे में असंतोष और गुस्सा बढ़ना स्वाभाविक है।
एक और मामला असम से ही सामने आया जहां आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपी भाजपा नेता हेमंत बिस्वा सरमा पर प्रतिबंध की अवधि को चुनाव आयोग स्वतः कम कर देता है।
हेमंत ने बीपीएफ नामक पार्टी के प्रमुख को जेल भिजवाने की धमकी दी थी। कांग्रेस ने इसकी शिकायत की तो चुनाव आयोग ने 48 घंटे तक हेमंत के चुनाव प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी थी।
पता नहीं, अचानक से क्या हुआ, चुनाव आयोग ने हेमंत पर मेहरबानी दिखाते हुए 48 घंटे के प्रतिबंध को 24 घंटे में बदल दिया।
ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इलेक्शन कमीशन की कार्यशैली पर असंतोष जाहिर करते हुए निशाना साध दिया है।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कहा कि जिस प्रकार से असम में भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी से ईवीएम बरामद हुआ, हम वैसी स्थिति में चुनाव आयोग द्वारा कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे थे लेकिन लगता है कि चुनाव आयोग ने अपने रुलबुक से निष्पक्षता वाला पन्ना फाड़ कर फेंक दिया है।