भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की पुलिस किसी ना किसी वजह के चलते चर्चा में बनी रहती है। बीते कुछ वक्त से जनता की रक्षा करने की जगह यूपी पुलिस रक्षक से भक्षक बन चुकी है।

इसी बीच यूपी के शाहजहांपुर से बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि शाहजहांपुर जेल प्रशासन ने रेप के दोषी आसाराम के पक्ष में प्रचार किया है।

खबर के मुताबिक, शाहजहांपुर जेल प्रशासन आसाराम की फोटो लगाकर कैदियों को कंबल बांटे गए हैं। जब रेप पीड़िता के परिवार ने जेल प्रशासन के इस कदम पर आपत्ति जताई तो इसपर चुप्पी साध ली गई है।

न्यूज़ 24 न्यूज़ चैनल द्वारा ट्विटर पर जेल प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की तस्वीरें शेयर की गई हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि कह दिया को कंबल बांटे गए हैं।

इसके साथ वहां पर एक पोस्टर लगा हुआ है। जिसमें 25 दिसंबर को गीता जयंती के आयोजन की जानकारी दी गई है। इसके साथ में ही रेप के दोषी आसाराम की फोटो लगी हुई है।

इस मामले को तूल पकड़ता देख अब जेल प्रशासन ने एक प्रेस नोट जारी किया है। जिसमें इस कार्यक्रम को सरकारी कार्यक्रम करार दिया गया है। इसमें जेल प्रशासन ने बताया है कि यह कंबल लखनऊ में स्थित आसाराम बापू के आश्रम से ही भेजे गए हैं।

हैरानीजनक बात ये है की जेल के कैदियों को यह कंबल आसाराम मामले में गवाह के हत्यारोपी अर्जुन और नारायण पांडे ने बांटे हैं। बता दें, साल 2018 में राजस्थान की जोधपुर कोर्ट ने आसाराम को शाहजहांपुर की एक छात्रा के साथ रेप के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

आपको बता दें कि पीड़ित परिवार द्वारा विरोध किए जाने के बाद जेल प्रशासन ने इस प्रेस नोट और फोटो को सोशल मीडिया से डिलीट कर दिया गया है। इसके साथ ही विपक्षी दलों द्वारा योगी सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।