पटना

पटना में जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अधिवेशन में समता पार्टी के कार्यकर्त्ता द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को याद दिलाया गया जिसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हम समता पार्टी को साथ लेकर चलेंगे इस पर समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय मंडल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रतिक्रिया दी। उदय मंडल ने कहा कि माननीय मुख्यमत्री श्री नीतीश कुमार जी को एक बार फिर समता पार्टी कि याद दिलाई गई है शायद उन्हें याद होगा कि सबसे पहले समता पार्टी ने हीं उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया था। उन्हें समता पार्टी याद है इसलिए मै उनका धन्यवाद करता हूँ लेकिन उन्हें याद दिलाना चाहता हूँ कि जिस मकसद से समता पार्टी का गठन हुआ था वो मकसद आज भी जिन्दा हैं और बिहार में इसकी जरुरत भी है।
हम यह कैसे भूल सकते हैं कि हमारे नेता आदरणीय जार्ज फ़र्नान्डिस साहब के साथ नीतीश कुमार जी और शरद यादव जी ने धोखा किया, मै धन्यवाद देता हूँ पूर्व सांसद ब्रह्मानंद मंडल जी को जिन्होंने समता पार्टी को जिन्दा रखा।
2003 में JD(U) के गठन के बाद समता पार्टी NDA गठबंधन से अलग हो गई लेकिन किसी अन्य गठबंधन में शामिल नहीं हुए और निरंतर संघर्ष करते रहे।
अगर हम JD(U) की बात करें तो उसके पास अपना कुछ है हीं नही, JD(U) का संविधान उठाकर देख लीजिए वो समता पार्टी का है, उनका झन्डा समता पार्टी का है, सबकुछ तो हमारा है।
हमें हमारा चुनाव चिन्ह “मशाल” उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में आवंटित हो गया है, हमे बिहार में भी मशाल चुनाव चिन्ह मिल जाएगा और समता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव 2024 एवं बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी कर रही हैं।
इतिहास अपने आप को फिर से दुहरा रहा है जिन्होंने जार्ज फ़र्नान्डिस साहब और समता पार्टी के साथ धोका किया आज वे लोग खुद हाशिए पर हैं।
महाराष्ट्र में “मशाल” चुनाव चिन्ह शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट को दे दिया गया था जिसके लिए हमने लड़ाई भी लड़ी, दिल्ली हाई कोर्ट में मुक़दमा भी लड़ा। यदि हमें सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़े तो जायेगे हक वापस ले कर रहेंगे। जल्द समता पार्टी बिहार कि राजनीती में पुन: वापसी करेगी।

संवाददाता रविन्द्र कुमार की रिपोर्ट