समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अखिलेश यादव ने कहा, ‘अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं।’ दरअसल, कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा और पंजाब के किसान सड़कों पर है और केंद्र सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे है।
किसानों का उगाया हुआ न खाएं भाजपाई: अखिलेश
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने लिखा, ‘किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है। ये अमीरों की पक्षधर भाजपा का खेती-खेत, छोटा-बड़ा व्यापार, दुकानदारी, सड़क, परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है। अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं।’
किसानों पर बीजेपी से ज्यादा अत्याचार किसी सरकार ने नहीं किया
इससे पहले शनिवार को अखिलेश यादव ने कहा था कि किसान के ऊपर इतना अत्याचार किसी सरकार ने नहीं किया होगा, जितना बीजेपी की सरकार कर रही है। कहा कि, ये वहीं लोग है, जिन्होंने किसानों से कहा था कि वे न केवल कर्ज माफ करेंगे। बल्कि उन नीतियों को लाएंगे जिनसे किसानों की आय दोगुनी होगी। लेकिन अन्नदाताओं की मांगों पर सकारात्मक रूख अपनाने के बजाय उन पर आंसू गैस के गोले दागना, ठंडे पानी की बौछार करना और लाठियां चलवाने जैसे घोर निंदनीय काम कर रही है।
सपा करेगी किसान बिल का विरोध
उन्होंने कहा कि लगभग 70 प्रतिशत भारत कृषि पर निर्भर है, फिर भी अपने ही देश में भाजपा ने किसानों को बेगाना बना दिया है। उनकी आय दोगुनी करने, उनकी फसल के उत्पादन लागत का डेढ़ गुना देने जैसे वायदे भाजपा सरकार की जुमलेबाजी बनकर रह गए हैं। भाजपा सरकार तो किसानों की बात सुनने के बजाय अपनी हठधर्मी पर जमी है। किसानों का यह उत्पीड़न भाजपा को भारी पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी किसान बिल का विरोध करेगी।