प्रदेश में शायद पहली बार ही ऐसा हो रहा है, जब होलिका दहन के एक दिन बाद लोग होली नहीं खेलेंगे, अक्सर जिस दिन होलिका दहन होता है, उसी के दूसरे दिन होली खेली जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। जिसके कारण लोग होलिका दहन तो 6 मार्च को करेंगे, लेकिन रंग गुलाल की होली 8 मार्च को खेलेंगे, आईये जानते हैं ऐसा क्यों हो रहा है।

आपको बता दें कि वैसे तो होलिका दहन 7 मार्च को होना था, लेकिन भद्रा काल में कोई भी कार्य निषेध रहता है, इस कारण इस बार होलिका दहन एक दिन पहले यानी 6 मार्च को किया जा रहा है, ताकि होलिका दहन में भद्रा का साया नहीं रहे, चूंकि शासकीय व प्राइवेट सभी संस्थानों यहां तक की स्कूलों तक में 8 मार्च को होली की छुट्टी रहेगी, इस कारण होली 8 मार्च को खेली जाएगी, हालांकि जिनके यहां रंग गिरना है, वे 7 मार्च को भी होली मना रहे हैं, लेकिन अधिकतर लोग होली 8 मार्च को ही मनाएंगे।