जनप्रतिनिधियों ने किया ग्राम सभा का बहिष्कार
कैमूर
रामपुर प्रखंड के खरेंदा पंचायत में पदाधिकारियों के न पहुंचने की वजह से जनप्रतिनिधियों ने होने वाले ग्राम सभा का किया बहिष्कार। आपको बताते चलें कि पंचायत के विकास हेतु सरकारी योजनाओं के संदर्भ में रविवार को खरेंदा पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें जनप्रतिनिधि तो पहुंचे पर सरकारी कर्मी में कार्यपालक सहायक रवि आजाद लेखापाल पूनम देवी के अलावा कोई भी कर्मी नहीं थे। जबकि निर्धारित बैठक में 13 कर्मी आने वाले थे शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, मनरेगा इत्यादि। पर दो कर्मी के अलावा कोई भी कर्मी नहीं पहुंचे जिसके वजह से खरेंदा पंचायत के मुखिया दीपक कुमार उप मुखिया अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ सोनू एवं सभी वार्ड सदस्यों द्वारा बैठक का बहिष्कार कर दिया गया। पंचायत के मुखिया दीपक कुमार का कहना है कि 24 नवंबर को ही ग्राम सभा का बैठक होने वाला था।पर सरकारी कर्मियों के न आने की वजह से रद्द कर दिया गया था। कई बार हम लोगों ने वरीय पदाधिकारी को भी इस संदर्भ में शिकायत कर चुके हैं पर उनके द्वारा भी कोई ऐक्शन नहीं लिया गया। उप मुखिया अभिषेक प्रताप सिंह का कि हम लोगों को कार्यकाल संभाले 1 वर्ष हो गया।लेकिन किसी को पता नहीं है कि हमारा कार्य क्या है,
क्योंकि किसी भी बैठक में कोई अधिकारी आते ही नहीं है। पदाधिकारी आए और सभी वार्डो को समझाएं कि उनका कार्य क्या है, और कैसा किया जाता है। कहीं ना कहीं खरेंदा पंचायत में अफसरशाही चल रहा है। वही कई लोगों ने मुखिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा के द्वारा पौधारोपण कराया गया लेकिन पैसा किसी और के खाते में चला जाता है।
इस विषय पर मुखिया दीपक कुमार का कहना है की यदि काम गलत हो रहा है तो उसका उसी समय आप विरोध कीजिए न कि पैसा मांग कीजिए। मनरेगा प्रधानमंत्री का योजना है जिनके खाते में पैसा नहीं गया है वह मजदूर अपना कंप्लेंट कर सकते हैं न कि वार्ड करेंगे।
संवाददाता रामाकांत मिश्रा की रिपोर्ट