बिहार में कुछ दिन ही हुए नए सरकार को आए हुए और जातिय समीकरण की राजनीति उसी टाइम से की जा रही है और लग रहा है की सरकार कभी भी गिर सकती है। अभी जो नीतीश सरकार 15 सालो से सत्ता मे पड़ी है वो अपने ही एनडीए संगठन के दलों को तोड़ने में लगी है जबकि वही मुख्य विपक्षी राजद नेता , तेजप्रताप, तेजस्वी भी सरकार बिहार मे बनाने के लिए , मांझी और साहनी से मुलाकात कर रहे है। आप ही बताएं जिस राज्य में सरकार का टिकना मालूम ही नहीं पड़ रहा है तो उस राज्य का विकास कैसे होगा। हमारा लोकतन्त्र कहता है की सत्ता और विपक्ष मिलकर काम करे तब ही विकास का रोड मैप तैयार हो सकता है लेकिन यहां तो सरकार सत्ता बचाने मे तो विपक्ष सरकार बनाने में पूरा पांच साल गुजार देती है और चुनाव में 19 लाख नौकरियों और रोजगारों का झांसा देकर सरकार बना लेती है और पूरा साल नकारात्मक राजनीति में लगा देती है। संजय कुमार