बिहार में नवनिर्वाचित नीतीश सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। नीतीश कैबिनेट में नए शिक्षामंत्री बने डॉ. मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया है।

अब नीतीश सरकार ने शिक्षामंत्री का पद जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी को दे दिया है।

इस बार अशोक चौधरी खुद नहीं, बल्कि उनकी पत्नी की वजह से विवादों में आ गए हैं। इस बार शिक्षामंत्री अशोक चौधरी की पत्नी पर भ्रष्टाचार का आरोप विपक्ष द्वारा लगाया गया हैं।

इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि एक भ्रष्ट शिक्षा मंत्री को हटवाया नहीं कि दूसरे ऐसे व्यक्ति को शिक्षामंत्री बना दिया जिनपर सपरिवार करोड़ों के ग़बन की CBI जाँच चल रही है।

नीतीश जी की ऐसी क्या मजबूरी जो शिक्षा व्यवस्था सुधारने की बजाय ऐसे कारनामे वाले को मंत्री बनाया जो किसी सदन का सदस्य नहीं है? क्या राज है जी?

इससे पहले भी तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर अशोक चौधरी की पत्नी पर निशाना साधा था। उन्होंने बताया था कि नए शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी करने का आरोप लगा है। जिस की सीबीआई जांच भी चल रही है।

गौरतलब है कि तेजस्वी यादव बिहार में नीतीश कुमार की नई सरकार बनने के बाद से ही भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर उन पर हमलावर हो रहे हैं।

तेजस्वी यादव का दावा है कि नीतीश कुमार की नई सरकार ने जिन 14 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है। उनमें से आठ पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

इससे पहले भी राजद नेता ने कहा था कि नीतीश कुमार की फितरत में ही है भ्रष्ट नेताओं को बचाना। वह ये हमेशा से ही करते आए हैं।