5 अगस्त यानी बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया! इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के साथ साथ विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की है! उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री ने म-स्जिद की नीव रखे जाने पर इस पर जवाब दिया उनका कहना था कि मुझे ना तो कोई इस कार्यक्रम में नहीं बुलाएगा और मैं जाऊंगा भी नहीं!

दरअसल एक न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए योगी से सवाल किया गया कि राम मंदिर के भूमि पूजन पर आपने सभी धर्मों के लोगों को बुलाया और वह कार्यक्रम में शामिल भी हूं ऐसे में कहा जा रहा है कि आने वाले समय में जब म-स्जिद की नींव रखी जाएगी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं जाएंगे! इस सवाल पर योगी आदित्यनाथ का कहना था कि मेरा जो भी काम है वह मैं करूंगा बाकी मुझे नहीं तो वहां कोई बुलाएगा और मैं वहां जाऊंगा भी नहीं!

मुख्यमंत्री योगी जी का कहना है कि “यह मेरे लिए भावुक, उत्साह-उमंग, गौरव का भी क्षण था! उत्साह-उमंग का इसीलिए क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार बाहर की सु-रक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी यूपी सरकार के पास है! मैंने पिछले 3 वर्षों में इस कार्य को बहुत नजदीक से महसूस किया है! मुझे पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो दायित्व दिया है, उस काम को करने के लिए मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं! मेरी गुरू परंपरा ने यह संकल्प दशकों पूर्व देखा था, यह आज साकार हुआ है, उन दिव्य आत्माओं को इससे असीम शांति मिल रही होगी! मंच पर जितने भी महानुभाव थे, ये सभी राम जन्मभूमि के साथ बहुत आत्मीय रूप से जुड़े रहे हैं! स्वाभाविक रूप से यह दिन हमारे लिए उमंग-उत्साह का दिन भी है!”

प्रियंका गांधी ने बयान दिया था राम सबके हैं इसकी ओपन योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया है उन्होंने कहा है कि राम सभी के हैं हम पहले से ही यह बात कहते आए हैं! यह सद्बुद्धि पहले ही सभी को आ जानी चाहिए थी जब कुछ लोगों के पूर्वजों ने रामलला की मूर्तियों को हटाने की चेष्टा की थी! आखिर वह लोग कौन थे किसकी पूर्वज थे जो अयोध्या में रामलला का मंदिर नहीं चाहते थे!