मोदी सरकार के शासनकाल में चीन की भारत में घुसपैठ बढ़ती नज़र आ रही है। लद्दाख के बाद अब चीन अरुणाचल प्रदेश में अपनी घुसपैठ बढ़ा रहा है।
ख़बर है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के तकरीबन 4.5 किमी अंदर एक गांव बसा लिया है। इस गांव में चीन ने करीब 101 घर भी बनाए हैं। इस बात का ख़ुलासा ताज़ा सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ है।
एनडीटीवी में छपी ख़बर के मुताबिक, इन सैटेलाइट तस्वीरों को विशेषज्ञों को दिखाया गया था। इन तस्वीरों को देखने के बाद विशेषज्ञों ने यहां चीनी गांव होने की पुष्टी की।
विशेषज्ञों ने बताया कि यह गांव Tsari Chu नदी के किनारे बसा है और ऊपरी सुबनसिरी जिले के तहत आता है। यह क्षेत्र भी लंबे समय से भारत और चीन के बीच सैन्य विवाद का केंद्र रहा है।
विशेषज्ञों के मुताबिक़, ताज़ा तस्वीर में जो निर्माण नज़र आ रहा है, वह साल भर पहले (26 अगस्त, 2019) नहीं था। न ही वहां उस तरह की कोई गतिविधि नज़र आई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि यह गांव पिछले साल ही वहां बसा है।
इस गांव का निर्माण हिमालय की पूर्वी रेंज में हुआ है। चीन ने ऐसा तब किया है, जब भारत से LAC पर सीमा विवाद को लेकर दोनों मुल्कों के बीच तनातनी फिलहाल जारी है।
भारत और चीन के बीच दशक की सबसे खूनी झड़प हजारों किमी दूर हिमालय के पश्चिमी हिस्से लद्दाख में हुई थी।
वहीं बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘यह मानना बड़ी गलती होगी कि चीन ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसे दो राज्यों के जनता के द्वारा चुने गए बीजेपी के सांसदों ने पुष्टि की है।
जब अवसर आएगा तो मैं राजनाथ सिंह से बातचीत करुंगा। विदेश मंत्रालय केवल इतना कहेगा कि हम तनाव घटाने के लिए वार्ता कर रहे हैं। इसका क्या मतलब है?’