रिपब्लिक इंडिया के संस्थापक अर्नब गोस्वामी के सार्वजनिक हुए व्हाट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट्स ने देश में एक बड़ी बहस छेड़कर रख दी है।

इसके साथ ही अर्नब गोस्वामी देश की जनता के निशाने पर आ गए हैं। जिन्हें वह अपने न्यूज़ चैनल से चीख-चीख कर राष्ट्रवादी होने का झूठा दावा करते हैं।

एक तरफ जहां अर्नब गोस्वामी की व्हाट्सएप चैट से बालाकोट और पुलवामा हमले से पहले ही एक संवेदनशील और गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में विपक्षी दलों द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौते पर मोदी सरकार सवालों के कटघरे में आ चुकी हैं।

दूसरी तरफ चीन ने अरुणाचल प्रदेश में एक गांव बना लिया है जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चिंता का मुद्दा बन गया है।

इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। जिसमें उन्होंने कृषि कानूनों से लेकर अर्नब कांड अरुणाचल प्रदेश मामले में मोदी सरकार को घेरा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस दौरान कहा है कि एक पत्रकार को बालाकोट की जानकारी दी गई थी। पत्रकार ने कहा, यह हमारे लिए बहुत अच्छा हुए हैं कि हमारे 40 जवान मर गए अब हम चुनाव जीत जाएँगे। जिसने जानकारी दी और जिसे मिली दोनों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए।

गौरतलब है कि टीआरपी स्कैम मामले में अर्नब गोस्वामी मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के निशाने पर हैं।

इसके साथ ही कृषि कानूनों पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि इस देश की अर्थव्यवस्था पर चंद लोगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है। जो कि प्रधानमंत्री के करीबी हैं।

भाजपा देश की कृषि क्षेत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर देगी। लेकिन देश के किसानों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है।

पूरे देश की खेती पीएम मोदी तीन चार लोगों के हाथों में देना चाहते हैं। इसके लिए एक किसान सड़कों पर उतर कर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं।