गया

गया The स्टार इंडिया:बोधगया उद्यमिता विकास परियोजना का क्रियान्वन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एंट्रेप्रेन्योरशिप (आई.आई.इ/IIE) द्वारा किया जा रहा है जिसमें सिद्ध डेवलपमेंट रिसर्च ऐंड कंसल्टेंसी (SDRC) स्थानीय क्रियान्वन संस्था है। बोधगया की पवित्र नगरी में सूक्ष्म और छोटे व्यवसायों को मार्गदर्शन देना और प्रोत्साहित करना इस परियोजना के माध्यम से जीविका- आजीविका, समूह की महिलाएं को स्वावलंबी बनाना एवं उद्यमियों को न केवल नया व्यवसाय शुरू करने के लिए, बल्कि उनके स्थापित व्यवसाय को और बेहतर बनाने एवं विस्तृत करने के लिए भी मार्गदर्शन एवं समर्थन प्रदान किया जा रहा है।

आज एक- दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी सीआरपी एवं सेल्फ हेल्प ग्रुप के महिलाओं का सशक्तिकरण हेतु और उनके द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प के कलाओं से सम्बंधित सारे प्रोडक्ट एवं विभिन्न उत्पाद पर विषयों पर चर्चा की गई!

इस कार्यशाला में ई-कॉमर्स के मुख्य ट्रेनर, ब्रांड-बिहार के संस्थापक श्री रिशु सिंह जी थे। उन्होंने सभी सीआरपी एवं उनके सानिध्य में काम कर रही सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं के द्वारा बनाए गए सभी प्रोडक्ट को ई-कॉमर्स, ऑनलाइन ब्रांडिंग, प्रमोशन, जीएसटी , पैकेजिंग, मार्केटिंग इत्यादि के बारे में समुचित जानकारी दी। इन महिलाओं द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट, जैसे जींस चप्पल, मंडाला, फोटो फ्रेम, पीपल का पत्ता, खादी बैग, निरंजना नदी की रेत से बने हुए फोटो फ्रेम, गिफ्ट बॉक्स, पायदान, अगरबत्ती, अचार – पापड़, चिप्स, एवं जूट का चप्पल इत्यादि को कैसे और बेहतर किया जाए एवं इन सभी निर्मित हो रहे प्रोडक्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक कैसे ऑनलाइन ई-कॉमर्स माध्यम से पहुंचाया जा सके इसपर उन्होंने इन उद्यमियों का मार्गदर्शन किया। इस माध्यम से बोधगया में निर्मित हो रहे सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं के द्वारा बनाए गए स्वदेशी एवं शुद्ध प्रोडक्ट घर बैठे लोगों तक पूरे गया जिला ही नहीं बल्कि पूरे राज्य एवं देश में पहुंच सकेंगे और यहां की महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन पाएंगी !

आज के कार्यक्रम में उपस्थित लोग 

आज के कार्यक्रम में नगर परिषद डे एन.यू.एल.एम सी.ई.ओ, सुधा सिन्हा, ब्रांड बिहार के सहयोगी गगन कुमार, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय रिसर्च स्कॉलर शुभम तिवारी, बोधगया प्रोजेक्ट के प्रभारी विवेक कुमार ,उप प्रभारी शोभित सिन्हा, प्रोजेक्ट असिस्टेंट पीयूष राज , हेमंत कुमार मौजूद रहे।

नरोत्तम सिंह की गया से रिपोर्ट