राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिहार में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार के शपथ लेने के तीन दिन के अंदर मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) के इस्तीफे पर तंज किया है। रविवार (22 नवंबर) को पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, दर्जनों भ्रष्ट नेताओं को सीएम नीतीश कुमार ने मंत्री बनाने का काम किया है। हम शुरू से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं और उठाते रहेंगे।

हम भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे: तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने कहा, ”सभी जानते थे कि मेवालाल किस मामले में फंसा था।

उसके बावजूद उन्हें टिकट मिला और उन्हें बिहार का शिक्षा मंत्री बनाया गया। हमने लगातार इसके खिलाफ आवाज उठाई है। नीतीश सरकार में अभी तो दर्जनों मंत्री हैं, जिन्हें नीतीश कुमार ने मंत्री बनाने का काम किया है। नीतीश कुमार के पिछले कार्यकाल में मुजफ्फरपुर बालिका शेल्टर होम कांड में जिनकी भूमिका थी, वो मंत्री बनकर घूम रही थीं। हम लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं और उठाते रहेंगे।” तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार में इस बार जनादेश बदलाव का था। नीतीश जी को अपनी हार पर मंथन करनी चाहिए।

क्या है मेवालाल चौधरी के इस्तीफे का पूरा विवाद

नीतीश कैबिनेट के बनने तीन दिन बाद ही मेवालाल चौधरी ने बिहार के शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के पीछे की वजह बताई जा रही है कि भागलपुर पुलिस मेवालाल चौधरी के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के लिए अभियोजन की अनुमति सरकार से मांगी थी।

राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा बीजेपी के दबाव में दिया है। वहीं जेडीयू ने मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के पीछे बीजेपी के हाथ होने से मना कर रही है।