समाजवादी पार्टी की विधायक और पूर्व राज्यसभा सांसद तंजीन फातिमा की 10 महीने बाद जेल से रिहाई हो चुकी है।

सीतापुर जेल से बाहर निकलने के बाद आजम खान की पत्नी और सपा विधायक तंजीन फातिमा ने उनके साथ जेल में हुए बर्ताव पर बात की है।

तंजीन फातिमा का कहना है कि उन्हें जेल में किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी गई। जिस तरह से आम कैदी रहते हैं। वैसे ही उन्हें भी रखा गया। उन्होंने कहा है कि वह 10 महीने तक अपने पति और बेटे के साथ जेल में रही हैं।

सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद सपा नेता तंजीन फातिमा ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मैं सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर थी। लेकिन अचानक ही मुझे क्रिमिनल बना दिया गया। सरकार ने मेरे साथ जो भी किया।

लेकिन कोर्ट ने मुझे न्याय दिया है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि जेल से रिहा होने के वक़्त उन्हें आजम खान से मिलने नहीं दिया गया।

तंजीन फातिमा की रिहाई पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने फेसबुक पर लिखा है कि “रामपुर के सांसद आज़म खान जी की पत्नी तज़ीन फ़ातिमा जी की ज़मानत ने साबित कर दिया है कि नफ़रत की सियासत करनेवाले आख़िर में सच के आगे हारते हैं। भाजपा झूठ के जिस रास्ते पर चल रही है वो अन्याय की ओर जाता है और पतन की ओर ले जाता है। ये इंसाफ़ में एतबार करनेवालों की जीत है।”

दरअसल उत्तर प्रदेश की राजनीति समझने वाले जानते हैं कि आजम खान और उनके परिवार को इतनी मुश्किलों का सामना इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि बीजेपी के तमाम नेताओं की उन्होंने जीवन भर मुखालफत की है।

क्योंकि राज्य और केंद्र की सत्ता पर अब बीजेपी का कब्जा है तो तमाम मशीनरी स्वाभाविक रूप से उन्हें दंडित कर रही हैं।

अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आजम खान और उनके परिवार को दी जा रही यातना का राजनीतिक परिणाम क्या आता है। आगामी चुनाव में भाजपा विरोधी वोटों की एकजुटता का सपा को लाभ होगा या फिर उन्हें कमजोर और बेबस नेता बताने की बीजेपी की चाल सफल होगी।