*अभाविप सासाराम इकाई के द्वारा युवा दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन*
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सासाराम नगर इकाई के द्वारा युवा दिवस पर संगोष्ठी आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुरूआत परिषद् गीत आदित्य कुमार तथा संचालन नगर कार्यकारणी सदस्य सूरज सिंह ने किया। कार्यकर्म का उद्घाटन आरा और बक्सर के विभाग संयोजक राज पांडेय जी नगर मंत्री रौशन पांडेय जी प्रदेश कार्यकारणी सदस्य अंकित पांडेय जी नगर छात्रा प्रमुख अपराजिता सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित और स्वामी विवेकानंद जी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यकर्म का विषय परिवेश करते हुऐ अंकित पांडेय ने कहा कि विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही स्वामी विवेकानंद जी के विचारो को आत्मसात करते हुऐ कार्य करते हुऐ आगे बढ़ते आ रहा है। तभी विभाग संयोजक राज पांडेय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जीभारत और दुनिया के युवाओं को प्रभावित करने वाले महापुरुषों में स्वामी विवेकानंद एक बड़ा नाम है। उनके शिकागो में वर्ष 1893 में दिए गए भाषण ने उन्हें भारतीय दर्शन और अध्यात्म का अग्रदूत बना दिया। तब से लेकर आज तक उनके विचार युवाओं को प्रभावित करते रहे हैं। आज के दौर में जब युवा नई-नई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, नए लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपने लिए एक बेहतर भविष्य की आकांक्षा रख रहे हैं तो स्वामी विवेकानंद के विचार और भी प्रासंगिक हो जाते हैं।
विवेकानंद का मानना था कि एक युवा का जीवन सफल होने के साथ-साथ सार्थक भी होना चाहिए, जिससे उसके मस्तिष्क, हृदय और आत्मा का संपोषण भी होता रहे। सार्थक जीवन के विषय में उनके विचारों को चार बिंदुओं में समझा जा सकता है- शारीरिक, सामाजिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक संधान स्वामी विवेकानंद का मानना था
अपराजिता सिन्हा ने कहा कि अधिकतर युवा सफल और अर्थपूर्ण जीवन तो जीना चाहते हैं, लेकिन अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए वे शारीरिक रूप से तैयार नहीं होते। इसलिए स्वामीजी ने युवाओं से अपील की कि वे निर्भय बनें और अपने आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाएं। वे कहते थे कि किसी भी तरीके का भय न करो। निर्भय बनो। सारी शक्ति तुम्हारे अंदर ही है। कभी भी यह मत सोचो कि तुम कमजोर हो। उठो, जागो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। वह हमेशा मानसिक रूप से सशक्त होने के साथ-साथ शारीरिक रूप से भूमजबूत होने की बात भी कहते थे।
धन्यवाद ज्ञापन नगर मंत्री रौशन पांडेय ने किया।
इस कार्यकर्म में मुख्य रूप से उपस्थित सरदार परमजित सिंह ,दिवाकर कुमार, रामानंद सिंह,सौरभ राज,मुकुल मिश्रा, किट्टू भारद्वाज ,शालिनी उपाध्याय,आलोकित सिन्हा,आदित्य अनुराग,पुनीत पांडेय, ट्रिप्ती चौबे,ज्योति कुमारी,विकाश कुमार, राहुल कुमार, उपस्थित हुये।